हिन्द महासागर में चीन का बढ़ता हुआ कद भारत की सुरक्षा के लिए चुनौती | Original Article
भारत विश्व का अकेला ऐसा देश है जिसका नाम किसी महासागर के नाम पर पड़ा है। हिन्द महासागर भारत को तीन किनारों से छूता है। हिन्द महासागर का भारत की आर्थिक व्यवस्था तथा सुरक्षा की दृष्टि से अत्याधिक महत्व है। जहां भारत का कुल व्यापार का 75 भाग हिन्द महासागर से होता है। हिन्द महासागर प्राकृतिक प्रहरी की तरह भारत की सुरक्षा भी करता है। भारत ऊर्जा की आपूर्ति व संसाधनों के लिए हिन्द महासागर से प्राप्त कच्चे माल पर आश्रित है। लेकिन वर्तमान समय में हिन्द महासागर विश्व का ऐसा क्षेत्र है जो अस्थिर व अशांत है। हिन्द महासागर आर्थिक, राजनीतिक व सामाजिक दृष्टि से अधिक महत्व रखता है। जिस कारण विश्व के शक्तिशाली देशों में हिन्द महासागर पर अपना प्रभुत्व जमाने की होड़ लगी रही है। इस प्रतिद्वन्द्वता के कारण भारत अपनी सुरक्षा को खतरे की नजर से देखता है। भारत अपनी सुरक्षा और हिन्द महासागर में अनेक छोटे-छोटे देशों की सुरक्षा के लिए रूची लेता है। दिन-प्रतिदिन चीन की हिन्द महासागर में बढ़ती हुई गतिविधियां भारत की सुरक्षा के लिए समस्या बनती जा रही है। अतः प्रस्तुत शोध पत्र में भारत और अन्य की सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए विचार-विमर्श किया गया है।