मेवात अंचल का सांस्कृतिक परिदृश्य | Original Article
हरियाणा, राजस्थान और उत्तरप्रदेश की सीमाओं का संस्पर्श करते हुए विशिष्ट अंचल है, जिसे ‘मेवात’ कहा जाता है। विद्वानों का मत है कि इस अंचल में बसने वाली ‘मेव’ जाति के नाम पर इस अंचल का नाम ‘मेवात’ पड़ा। सुप्रसिद्ध इतिहासकार डॉ. कृपाल चन्द्र यादव ने ‘मेवात’ शब्द की उत्पत्ति ‘मत्स्य प्रदेश’ से मानी है। उनका मत है कि प्राचीनकाल में और बौद्धकाल में तथा उसके बाद भी लगभग सारे का सारा यह प्रदेश जो अब ‘मेवात’ कहलाता है, ‘मत्स्य प्रदेश’ कहलाता था। अब यह सिद्ध हो जाता है कि ‘मत्स्य’ से ही ‘मेवात’ शब्द बना है।1