हरियाणा के हिन्दी – महाकाव्यों की परम्परा | Original Article
हरियाणा साहित्य-सृजन की उर्वरा भूमि है। वैदिक काल से लेकर आज तक इस प्रदेश में साहित्य की विपुल मात्रा में साहित्य – सृजन हुआ है। अन्य भाषाओं की अपेक्षा हिन्दी में अत्यधिक सृजना हुई है। जब हिन्दी के साहित्य पर दृष्टि डालते हैं तो महाकाव्य की विपुल मात्रा में सृजना हुई है। प्राचीनकाल से आज तक महाकाव्य की सरिता निरन्तर बह रही है।