प्रो. हरिशंकर ‘आदेश’ के कहानी साहित्य में चित्रित नारी संवेदना | Original Article
प्रो. हरिशंकर आदेश का जन्म भारत में हुआ, किन्तु उनकी कर्मस्थली ट्रिनीडाड, कनाडा और अमेरिका है। ये चार दशक से अधिक समय से भारतीय संस्कृति, भारतीय संगीत और हिन्दी के प्रचार में लगे हैं। भारतीय विद्या संस्थान के माध्यम से विदेश में भारतीय संगीत, भारतीय संस्कृति और हिन्दी का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। प्रो. ‘आदेश’ जी की लेखनी से हिन्दी की लगभग डेढ़ सौ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। प्रो. ‘आदेश’ हिन्दी साहित्य और भारतीय संगीत के लिए कई बार पुरस्कृत हो चुके हैं। श्रेष्ठ प्रवासी हिन्दी साहित्यकार के रूप में भारत के राष्ट्रपति ने प्रो. ‘आदेश’ को पुरस्कृत और सम्मानित किया है।