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हिन्दी शिक्षा की वर्तमान स्थिति उत्तरकाशी जिले के माध्यमिक विद्यालयों में | Original Article

श्री प्रकाश द्विवेदी*, डॉ. नविता रानी, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

वर्तमान समय में, दो सौ बीस से अधिक भाषाएँ हैं जो में मौजूद हैं लिखित रूप। भारतीय संविधान ने भी सोलह बोलियों को एक भाषा के रूप में अनुमति दी है। हिन्दी 14 तारीख को सोलह भाषाओं में भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप में माना गया है सितंबर, 1949। गांधीजी ने राष्ट्रभाषा के बारे में कहा है कि मैं इस निर्णय पर बाद में आता हूं बहुत सोचना, राष्ट्रीय व्यवसाय का प्रशासन करना और विचार के परिवर्तन के लिए, वहाँ क्या कोई भाषा हिंदी भाषा के रूप में इसका माध्यम नहीं हो सकती है। उसके कारण ऐसा लगता है कि आने वाले वर्ष में राष्ट्रभाषा लुप्त हो सकती है। आज कुल मिलाकर यही चिंता का विषय है। इसलिए अन्वेषक ने वर्तमान जांच का चयन किया उत्तरकाशी जिले के माध्यमिक विद्यालयों में हिंदी शिक्षा की वर्तमान स्थिति के संदर्भ मे। भले ही आज हिंदी की वैश्विक स्थिति काफी बहेतर है विश्व के प्रायरू सभी महतवपूर्ण देशों के विश्व विद्यालयों में हिंदी अध्ययन अध्यापन हो रहा है। परन्तु विडंबना यह है कि विश्व में अपनी स्थिति के बावजूद हिंदी भाषा अपने ही घर में उपेक्षित जिंदगी जी रही है। इस जांच को अंजाम देने के लिए, अन्वेषक ने विभिन्न उद्देश्यों और प्रश्नों का निर्माण किया। वह निर्धारित उद्देश्यों के आधार पर डेटा संग्रह के लिए विकसित उपकरण। उन्होंने विभिन्न लेबल के तहत निष्कर्ष प्राप्त किये