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भक्तिकाल के प्रमुख कवियों के व्यक्तित्व का अध्ययन | Original Article

राजेन्द्र कुमार पिवहरे*, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

भक्तिकाल के प्रमुख कवियों के व्यक्तित्व का वर्णन काव्य और संगीत का समन्वित समीकरण यदि कहीं अपने आकर्षण के रूप में दिखाई देता है तो भक्तिकालीन काव्य में लय, ताल, स्वर,यति गति आदि की साधना के बाल पद शैली में इन कवियों ने जो कुछ भी रचा वह परवर्ती कवियों के लिए अनुकरणीय बन गया। इस युग की रचनाओं में काव्य एवं संगीत का सुंदर समन्वय देखा जा सकता है भक्ति काल का अवलोकन करके मध्यकालीन भारतीय संस्कृति का परिचय प्राप्त किया जा सकता है।