भक्तिकाल के प्रमुख कवियों के व्यक्तित्व का अध्ययन | Original Article
भक्तिकाल के प्रमुख कवियों के व्यक्तित्व का वर्णन काव्य और संगीत का समन्वित समीकरण यदि कहीं अपने आकर्षण के रूप में दिखाई देता है तो भक्तिकालीन काव्य में लय, ताल, स्वर,यति गति आदि की साधना के बाल पद शैली में इन कवियों ने जो कुछ भी रचा वह परवर्ती कवियों के लिए अनुकरणीय बन गया। इस युग की रचनाओं में काव्य एवं संगीत का सुंदर समन्वय देखा जा सकता है भक्ति काल का अवलोकन करके मध्यकालीन भारतीय संस्कृति का परिचय प्राप्त किया जा सकता है।