कोविड 19 में मानसिक स्वास्थ्य: मुद्दे एवं हस्तक्षेप | Original Article
कोविड 19 एक जानलेवा महामारी ही नहीं है, यह एक ऐसी विपदा है जो मानव के मन, चेतना, मस्तिष्किय क्षमता, स्वभाव को बुरी तरह से प्रभावित किया है और इसका गहरा प्रभाव व्यक्ति के मानसिक स्थिति और स्वास्थ्य पर पड़ा हैं। यह सामान्य लोगों की मानसिक स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। सामाजिक विकृति, अलगाव और महामारी के बारे में लगातार विकसित और बदलती जानकारी ने तत्काल लोगों का ध्यान आकर्षित किया है और यह चिंता, अवसाद का कारण बन गया है और प्रत्येक व्यक्ति इससे आज जूझ रहा है। घबराहट, संक्रमण का भय, अत्यधिक बेचैनी, नींद में परेशानी, बहुत ज्यादा चिंता, बेसहारा महसूस करना तनाव को उत्पन्न करता है और जिसका सीधा असर व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। ऐसे लोग जिन्हें कोविड 19 से पूर्व किसी भी प्रकार का मानसिक रोग नहीं था, कोविड 19 महामारी के कारण उनमें तनाव और चिंता घिरने लगे और मानसिक स्वास्थ्य एक नये संकट का रूप ले लिया। अतः तनाव क्या है? और कोविड 19 से इसका क्या संबंध है? और संपूर्ण कोरोना कालं ने व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित किया है, साथ ही इस महामारी में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित प्रमुख मुद्वे एवं पहलुओं का विश्लेषण यह आलेख करता है।