Article Details

निःशुल्क एवं अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा का अधिकार अधिनियमः शिक्षा तथा सामाजिक वर्गों की प्रतिक्रियायें तथा उसके क्रियान्वयन में समस्यायें | Original Article

Navinta Rani*, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

मानव जाति के विकास का आधार शिक्षा प्रणाली ही है। आदिकाल से मनुष्य सीखता चला आ रहा है उसने जो सीखा उसे शिक्षा का रूप दिया। अतः शिक्षा मानव समाज की संचित सीख है जिसे वह परम्परा और परिस्थिति के अनुसार ग्रहण करता है। अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा का भाव लोकतान्त्रिक शासन व्यवस्था की देन है।