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भारतीय ग्रामीण सामाजिक संरचना | Original Article

Surendra Narayan*, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

मानव ने आदि काल से ही समाज में समानता पैदा करने एवं विभिन्नता को समाप्त करने का प्रयास किया है। समाजवादी समाज की स्थापना उसकी इसी कल्पना पर निर्भर है, किन्तु वास्तव में ऐसे समाज की स्थापना सम्भव नही, क्योंकि सामाजिक संरचना का निर्माण विभिन्न उच्च एवं निम्न प्रस्थितियों से होता है। इन उच्च तथा निम्न स्तरों के बीच सामाजिक जीवन में स्पष्ट असमानता दिखायी पड़ती है। समाज में उच्च और निम्न श्रेणियों के निर्माण उनके स्थान क्रम के निर्धारण, उनके मध्य सुविधा और शक्ति के बँटवारे में असमानता की पद्धति और प्रक्रिया को सामाजिक स्तरीकरण कहा जाता है।