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सवाईमाधोपुर में शहरी विकास एवं सुविधाओं का अध्ययन | Original Article

Jaidev Kumar Bairwa*, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

ग्राम से शहर बनने की प्रक्रिया को शहरीकरण कहा जाता है। शहरीकरण का अर्थ इस प्रकार स्पष्ट होता है कि जनसंख्या के घनत्व में वृद्धि ही शहरीकरण की घोतक नही है अपितु वहां के सामाजिक व आर्थिक सम्बन्धो में परिवर्तन, अनौपचारिक सम्बन्धों का औपचारिक सम्बन्धों में परिवर्तन, प्रथमिक समूहों का द्वितीय समूहों में परिवर्तन भी शहरीकरण का घोतक है। जो पहले से ही नगर है उन्हें शहरीकरण नही कहा जा सकता नगरीकरण का तात्पर्य उन स्थानों से है जहाँ नगर बनने की प्रकिया चल रही हो। नगर सामाजिक रूप से विषम जातीय व्यक्तियों का एक अपेक्षाकत वृहद् सघन एवं स्थाई समूह होता है। भूगोल शास्त्री नगरीय और ग्रामीण जीवन की तुलना भौगोलिक संबंधो में कार्य दशाओं मे परिवर्तन के आधार पर करते हैं। नगरीय सामाजिक संबंधो मे घनिष्ठ संबंधो का अभाव पाया जाता है। सवाई माधोपुर में बढ़ती जनसंख्या, औद्योगीकरण एवं उन्नति से नगरों के निर्माण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नगर बनने की यह प्रक्रिया अधिक पुरानी न होकर एक प्रकार से नवीनतम प्रक्रिया है। इस लेख में हम सवाई माधोपुर में शहरी विकास एवं सुविधाओं का भौगोलिक अध्ययन करेंगे।