माध्यमिक स्तर के उच्च एवं निम्न शैक्षिक उपलब्धि वाले विद्यार्थियों की आकांक्षा स्तर का तुलनात्मक अध्ययन | Original Article
विश्व के प्रत्येक प्राणी की कुछ न कुछ आकांक्षा होती है। विश्व का प्रत्येक व्यक्ति अपने कार्य के परिणाम को सही एवं सटीक जानकारी प्राप्त करना चाहता है। अध्यापक अपने विद्यार्थियों (उत्पादों) के शैक्षिक उपलब्धि (गुणवत्ता) की जानकारी के लिए मापन और मूल्यांकन की विविध प्रविधियों का प्रयोग कर करते हैं। क्योंकि आकांक्षा स्तर व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाला महत्वपूर्ण पक्ष है तथा जीवन के विभिन्न क्ष़त्रों में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अतः शोधार्थी के मन में यह प्रश्न उत्पन्न हुआ कि क्या उच्च शैक्षिक उपलब्धि के विद्यार्थियों तथा निम्न शैक्षिक उपलब्धि के विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर में अन्तर है? इस प्रश्न का उत्तर प्राप्त करने के लिए शोधाकर्ता ने इस अध्ययन हेतु 200 उच्च शैक्षिक उपलब्धि के विद्यार्थियों तथा 200 निम्न शैक्षिक उपलब्धि के विद्यार्थियो को न्यादर्श के रूप में लिया। निष्कर्ष में पाया गया कि उच्च एवं निम्न शैक्षिक उपलब्धियों वाले विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर में सार्थक अन्तर पाया गया। जबिक उनके आयाम लक्ष्य भिन्नता प्राप्तांक व उपलब्धि भिन्नता प्राप्तांक में सार्थक अन्तर नही पाया गया। विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर के विकास के उचित अवसर दिये जायें जिससे छात्रों को निर्णय लेने एवं उनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास करने में सहायक हो। उच्च एवं निम्न शैक्षिक उपलब्धि का प्रभाव उसके भिन्न पक्षों एवं आकांक्षा स्तर पर पड़ता है, छात्रों के आकांक्षा स्तर का ज्ञान हो जाने पर छात्रों के आकांक्षा स्तर निर्धारण में सही तरीके से निर्देशन एवं परामर्श दिया जा सकें। जिससे छात्रों के आत्म विश्वास में वृद्वि होगी तथा विद्यार्थियों में निम्न शैक्षिक उपलब्धि के कारण उत्पन्न कुण्ठा, तनाव एवं अवसाद को शिक्षकों एवं अभिभाविकों द्वारा उचित निर्देशन व परामर्श देकर दूर किया जा सकता है, इस तरह विद्यार्थियों के सुसमायोजित व्यक्तित्व से सुसंगत समाज का निर्माण हो सकेगा।