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भारतीय राजनीति में गरमपंथी विचारधारा | Original Article

Amar Jyoti Mishra*, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

भारतीय राजनीति में गरमपंथ के उस प्रवृति से स्पष्ट सादृश्य है जिसे टवाधनवी आर्षवाद कहता है। यह भारतीय जीवन, चिंतन तथा राजनीति के उस अव्यवस्थित तथा सतही पश्चिमीकरण की चुनौती के प्रतिक्रयास्वरूप आया, जिसने राममोहन राय द्वारा स्थापित संतुलित समन्वय को उलट-पुलट सा दिया था। यह तीन स्तरों पर प्रतिरोध का आंदोलन था।