Article Details

चीनी यात्री फाह्यान द्वारा वर्णित भारतीय सामाजिक स्थिति | Original Article

Narender Kumar*, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

प्राचीन काल से ही भारत एक ऐसा देश रहा है जिसमें विदेशियों की रूचि रही है। वे भारत में धर्म, संस्कृति व साहित्य आदि को जानने के लिए समय-समय पर यहाँ आते रहे हैं। भारत में अनेक यात्री समय-समय पर आये हैं जिनका उद्देश्य चाहे जो भी रहा हो, वे भारतीय समाज, संस्कृति व धर्म से अत्यधिक प्रभावित हुए हैं। उनके यात्रा विवरणों में इनका वर्णन सहज ही मिल जाता है। उन्होंने कोई अलग से भारतीय समाज व अर्थव्यवस्था का वर्णन नहीं किया है बल्कि उनके यात्रा विवरणों के अध्ययन करने से उस समय के समाज व संस्कृति का पता चल जाता है। भारत आने वाले चीनी यात्रियों ने भारत के बारे में कुछ न कुछ अवश्य लिखा है। भारत सम्बन्धी विवरणों से हमें तत्कालीन भारत के सामाजिक जीवन के विषय में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त होती है। फाह्यान ने अपने यात्रा विवरण में अपना ध्यान अधिकांशतः धार्मिक स्थलों के विवरण एवं वहां की धार्मिक स्थिति पर ही केन्द्रित किया है। परन्तु उसके विवरणों में थोड़ी जानकारी भारतीय लोगों के सामाजिक जीवन की भी मिलती है।