यात्रा साहित्य के जनक महापण्डित राहुल सांकृत्यायन | Original Article
कमर बाँध लो भावी घुमक्कड़ों संसार तुम्हारे स्वागत के लिए बेकरार है यह पंक्तियाँ हिन्दी साहित्य जगत के उस शख्यित से हमें रूब-रू करता है, जिसे “हिन्दी ट्रेवलॉग” का जनक माना है। हम बात कर रहे है महापंडित राहुल सांकृत्यायन की, जिन्होंने भारत ही नहीं पूरे संसार को अपना घर समक्षा।