मध्य युग में भारतीय शिक्षा का अध्ययन | Original Article
भारत की प्राचीन शिक्षा आध्यात्मिमकता पर आधारित थी। मध्ययुगीन भारत में दो प्रकार की शिक्षा संस्थाएं थी मकतब और मदरसे।. इस काल में हिन्दू व मुसलमानों की अपनी-अपनी शिक्षण पद्धियां, संस्थाएं एवं पाठ्यक्रम थे। मुस्लिम आक्रमणों के फलस्वरूप तक्षशिला, नालन्दा, विक्रमशिला आदि प्राचीन उच्च शिक्षा के केन्द्र (विश्वविद्यालय) नष्ट हो गये1 एवं फिर अनेक सदियों तक हिन्दू शिक्षा के विशाल केन्द्र उत्तरी भारत में स्थापित न किये जा सके। यह कहना न्यायसंगत न होगा कि इन विश्वविद्यालयों के अन्त के साथ ही प्राचीन हिन्दू-शिक्षा पद्धति भी समाप्त हो गयी। अब इस्लामी शिक्षा का प्रसार होने लगा। इस शोध-पत्र में मध्य युग में भारतीय शिक्षा का अध्ययन किया गया है।.