क्रान्तिकारी राष्ट्रवादी आंदोलन और महान क्रान्तिकारी भगत सिंह | Original Article
‘नौजवान राजनीतिक कार्यकर्ताओं के नाम पत्र ‘शीर्षक के साथ मिले इस दस्तावेज के कई प्रारूप और हिन्दी अनुवाद उपलब्ध हैं, यह इसके सम्पूर्ण रूप का अंग्रेजी अनुवाद है। ‘कौम के नाम सन्देश’ के रूप में इसका एक संक्षिप्त रूप भी इस अनुभाग में संकलित है। लाहौर के पीपुल्ज में 29 जुलाई, 1931 और इलाहाबाद के अभ्युदय में 8 मई, 1931 के अंक में इसके कुछ अंश प्रकाशित हुए थे। यह दस्तावेज अंग्रेज सरकार की एक गुप्त पुस्तक ‘बंगाल में संयुक्त मोर्चा आन्दोलन की प्रगति पर नोट’ से प्राप्त हुआ, जिसका लेखक एक सी आई डी अधिकारी सी ई एस फेयरवेदर था और जो उसने 1936 में लिखी थी । उसके अनुसार यह लेख भगतसिंह द्वारा लिखा गया था और 3 अक्तूबर, 1931को श्रीमती विमला प्रभादेवी के घर से तलाशी में बरामद हुआ था। यह पत्रध् लेख भगत सिंह ने फाँसी से करीब डेढ़-दो महीने पहले, सम्भवतरू 2 फरवरी, 1931, को जेल से ही लिखा था।