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योग एवं आयुर्वेद में मन की अवस्था | Original Article

Parvinder Kaur*, Kiran Verma, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ABSTRACT:

शरीर और मन का गूढ़ सम्बन्ध है। एक की विकृति दूसरे पर भी अनिष्ट प्रभाव डालती है इसलिये शरीर की वृत्तियों के साथ ही साथ मन की वृत्तियों को जानना नितान्त आवश्यक है। अतएव मानसिक तथा शारीरिक क्रियायें एक दूसरे को प्रभावित करती हैं। सामान्य अनुभव की बात है कि दुख (जो एक मानसिक स्थिति है) में नेत्रों से आँसू (जो एक शारीरिक क्रिया है) निकल पड़ते है। शोक के कारण भूख रहते हुए भी भोजन के प्रति अनिच्छा हो जाती हैं।