जवाहर नवोदय विद्यालय एवं अनुदानित विद्यालयों के विद्यार्थियों की आकांक्षा स्तर का तुलनात्मक अध्ययन | Original Article
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उसकी सोच एवं क्रियाएँ उस समाज एवं वातावरण पर निर्भर करती है जिसमें वह रहता है उसी वातावरण के अनुरूप उसके लक्ष्य (आकांक्षा), प्रयास एवं सफलताएं निर्भर करती है। बचपन में जब तक व्यक्ति अपनी योग्यता, रूचियों और मूल्यों को नहीं पहचानता है तब तक उसकी आकाक्षाएं, मुख्यतः वातावरण पर निर्भर करती है। वातावरण सम्बन्धी कारकों में अभिभावकों की महत्वाकांक्षाएं, मित्र समूह, संस्कृति प्रतिस्पर्धा आदि मुख्य हैं। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है व्यक्तिगत कारक जैसे - गत अनुभव, उसका व्यक्तित्व, रूचियाँ, इच्छाएँ, लिंग और सामाजिक आर्थिक स्तर भी आकांक्षा के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। हालांकि यह व्यक्तिगत कारक भी वातावरण द्वारा प्रभावित होते है। इस प्रकार बालक के आकांक्षा स्तर पर विद्यालय के वातावरण का प्रभाव पड़ना सम्भावित है।