भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के विकास में कुषाणों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कुषाणवंशी राजाओं ने मौर्य-साम्राज्य के पश्चात् आर्थिक, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनके द्वारा निर्मित साम्राज्य के परिणामस्वरूप विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनके द्वारा निर्मित साम्राज्य के परिणामस्वरूप विभिन्न क्षेत्रों के लोग एक-दूसरे के सम्पर्क में आए। मध्य एशिया में भारतीयों का सम्बन्ध अब और भी घनिष्ठ हो गया और व्यापार की प्रगति हुई।