इस पत्र में हरियाणा में महिलाओं की वर्तमान स्थिति का वर्णन किया गया है। हरियाणा में जनसंख्या में वृद्धि लिंगानुपात में गिरावट के साथ हुई। लिंगानुपात सामाजिक संकेतक है जो महिलाओं की स्थिति की विशेषता है। अन्य राज्यों जैसे केरल और गोवा आदि की तुलना में हरियाणा की महिलाओं की स्थिति बहुत कम है। वर्तमान अध्ययन में हरियाणा में लिंग अनुपात, साक्षरता दर और महिला सशक्तीकरण की वर्तमान स्थिति का वर्णन किया गया है। अध्ययन माध्यमिक आंकड़ों पर आधारित है और यह 2001 और 2011 की समयावधि के लिए हरियाणा की साक्षरता दर और लिंग अनुपात का विश्लेषण करता है। यह अध्ययन बताता है कि हरियाणा में साक्षरता दर 2011 की जनगणना के अनुसार 76.6 प्रतिशत हो गई, जिसमें से अधिकतम साक्षरता गुड़गांव जिले में दर (84 प्रतिशत) और मेवात जिले में सबसे कम (56 प्रतिशत) पाया गया है। समग्र लिंगानुपात वर्ष 2001 में 861 से बढ़कर वर्ष 2011 में 879 हो गया था। लेकिन अब भी यह राष्ट्रीय स्तर पर लिंगानुपात की तुलना में बहुत कम है जो कि जनगणना 2011 के अनुसार 940 है।