शक्ति अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति की शब्दावली का सबसे महत्वपूर्ण सम्प्रदाय है। ’शक्ति’ शब्द का शाब्दिक अर्थ उस क्षमता से है जिसके द्वारा कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के आचरण को नियंत्रित अथवा प्रभावित करता है। मानव से जुड़े संबंधों के परिचालन में शक्ति से सामान्यतः उस योग्यता का बोध होता है जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति अथवा व्यक्तियों पर अपनी इच्छा को थोपता है तथा इस थोपे जाने के विरोध की स्थिति में प्रभावी दण्ड की व्यवस्था करता है।“अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति शेष सभी राजनीति की तरह शक्ति के लिए संघर्ष है। अन्तिम उद्देश्य चाहे कुछ भी हो, उसका तात्कालिन उद्देश्य हमेशा शक्ति ही होता है।”