साइमन कमीशन के आगमन से सारे भारत का राजनीतिक माहौल गरमा गया। चारों ओर आक्रोश और हिंसा का बातावरण उत्पन्न हो गया। विरोध के बावजूद साइमन कमीशन की रिपोर्ट प्रकाशित कर दी गई इससे भारतीयों में और निराशा उत्पन्न हो गई। सभी राजनीतिक दलों ने साइमन कमीशन के सुझावों को नकार दिया। परिणामस्वरूप सरकार ने भारत की राजनीतिक समस्या का हल करने के लिए गोलमेज परिषदों का निर्णय लिया।