1605 ई. में अकबर की मृत्यु के बाद जहांगीर बादशाह बना तो हरम की महिलाओं ने जहांगीर को अनेक बार अकबर के क्रोध से बचाया था। सलीमा सुल्तान बेगम का प्रभाव अकबर के बाद जहांगीर के समय भी जारी रहा। जब 1606 ई. में जहांगीर के बड़े बेटे खुसरों ने विद्रोह कर दिया, खुसरो को पकड़ लिया गया। हरम की महिलाओं ने खुसरो को बचाने में मध्यस्थता की प्रभावशाली भूमिका अदा की। इसके बाद 1613 ई. में भी खुसरो को बचाने की कोशिश हरम की महीलाओं द्वारा की गई।