शोध लेख:- आज के इस युग में प्रत्येक व्यक्ति के लिए संगीत एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय बन चुका है। प्रत्येक व्यक्ति संगीत के माध्यम से अपनी समस्याओं या अपने जीवन की परेशानियों को सुलझा रहा है। क्योंकि संगीत का अर्थ ही यह माना गया है कि जब मानव आलौकिक चिंताओं को भूलकर आनन्द की अनुभूति करें तो वह संगीत है और आज के इस वैज्ञानिक युग में विज्ञान ने संगीत के प्रसार और संचार के साधन रेड़ियों, टेपरीकार्ड, रिकार्डप्लेयर्स, टेलीविजन आदि इतने सुलभ कर दिये है कि कोई भी इनके प्रभाव से अछूता नहीं रहा। इन सभी उपकरणों का संगीत शिक्षण में विशेष महत्व हैं और इन उपकरणों ने दूरस्थ शिक्षा की व्यापकता और शक्ति को बढ़ाया है। संगीत में दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के मुख्य घटक इस प्रकार हो सकते हैं।