भारतीय संस्कृति के विकास में बौद्ध धर्म की अहम् भूमिका है। समय समय पर अनेक धर्मों ने उदित होकर विश्व को नव-नूतन चेतना प्रदान की है। यदि हिन्दू साहित्य धरा में बौद्ध धर्म का मूल्यांकन करें तो इसकी आज भी उतनी ही प्रासांगिकता है जितनी उस समय थी। जिसका ज्ञान इतिहास पढ़ने से होता है।