स्वतंत्रता के बाद विकास को गति देने, मजबूत और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के निर्माण करने लोंगों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने और समानता तथा न्याय पर आधारित सामाजिक व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए देश में 1951 से आर्थिक योजना की नीति को अपनाया है