भारतीय लोकतन्त्र की बदलती हुई में महिलाओं का राजनीतिक प्शक्तिकरण होना एक बहुत ही महत्वपूर्ण चुनौती है। लम्बे समय तक औरतों को राजनीतिक जीवन आधार पर वंचित रखा गया, क्योंकि सोच यह थी कि राजनीतिक गतिविधिया पुरुषों के एकाधिकार की व्यवस्था है। भारत में वर्तमान समय में भी पुरुष बधान प्माज 0या1त है, जिसके चलते महिलाओं की स्थिति दयनीय है और यदि भारत में नवीनता लानी है तो उपे महिलाओं के संबंध में उचित व्यवस्था का मार्ग बशस्त करना होगा, क्योंकि कई स्थानों पर अलग-अलग स्वीकार्य विधियों के कारण महिलाओं के पथ उचित न्याय नहीं हो पाता है।