Article Abstract

देश को आगे बढ़ाने के लिए महान नेताओं की जरूरत होती है सबसे अच्छे और शक्तिशाली नेता शिक्षण संस्थानों को वास्तव में अच्छी तरह से आकार देने और उसे बनाने में सक्षम है। शिक्षण संस्थान का कामकाज पूरी तरह से संस्थान में कार्यरत शिक्षकों की प्रतिबद्धता और समर्पण पर निर्भर करता है। प्रतिबद्धता उस कार्य संतुष्टि से सम्बन्धित है जो शिक्षक को कार्य में मिलती है। यह लेख उन प्रमुख कारकों का पता लगाने की कोशिश करेगा जो शैक्षणिक संस्थानों में काम करने वाले शिक्षकों की नौकरी से संतुष्टि को बढ़ावा देते है। विद्यालय में काम करने वाले शिक्षकों की नौकरी की संतुष्टि महत्वपूर्ण कारक है जो विद्यालय की प्रगति को बढ़ावा देगा। कई शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि नौकरी से संतुष्टि वह है जो शिक्षकों को कार्यस्थल में अच्छा काम करने के लिए प्रेरित करती है और विद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ानें और उनके प्रदर्शन के स्तर को बढ़ाती है। हांलाकि यह सुनिश्चित करना कोई आसान काम नहीं है कि हर शिक्षक पेश किए गए अवसरों और भत्तों से खुश और संतुष्ट है। यह विभिन्‍न कारकों पर निर्भर करता है। कार्य संतुष्टि को वेतन, सुरक्षा, प्रिंसिपल, छात्रों, सहकर्मियों के बीच सम्बन्ध, कार्य वातावरण, काम करने की स्थिति, शिक्षण सरकारी नितियां, केरियर के विकास की सम्भावना, आन्तरिक व बाह्न कारक, पुरस्कार और सम्मान कारकों के विकास के अवसर देकर प्राप्त किया जा सकता है और एक संतुष्ट शिक्षक देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।