अक्कसर मुस्लिम औरत नाम आते ही घरकी चार दिवारी में बंद या पर्दे में रहेवाली स्त्री का चेहरा सामने उभरकर आता है। आर्थिक और सामाजिक विकास के लिये शिक्षा बेहत जरुरी है। लेकीन अफसोस की बात यह है की, मुस्लिम समाज इस में बेहद पिछडा हुआ है। मुस्लिम महिलाऐ कुछ हदतक प्रगती कर रही है लेकीन यह प्रगती अधिकतर उच्च और उच्च मध्यम वर्ग तकही सिमीत है। मुस्लिम समाज में आज भी समानता स्वतंत्रता नही है। उसपर पुरुष, परिवार, समाज तथा धर्म सबका दबाव हुआ करता है।