यूपी राजनीति की प्रयोगशाला है। यहां नए राजनीतिक प्रयोग किए जाते रहे हैं। कल्याण सिंह इस प्रयोगशाला से बाहर आए। नाम तो सुना ही होगा। वह जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बाद, उन्होंने 8 दिसंबर 1992 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद, वह 1993 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अतरौली और कासगंज से विधायक चुने गए। सिंह को 8 सितंबर 2014 को राजस्थान के राज्यपाल के रूप में शपथ दिलाई गई। उन्हें हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। जनवरी 2015 में उन्हें एक राष्ट्रवादी, हिंदुत्व वादक के रूप में जाना जाता है। इस शोध पत्र में, हम कल्याण सिंह के राजनीतिक जीवन का अध्ययन कर रहे हैं।