भारत न केवल एक विशाल देश है, बल्कि एक विकासशील बहुसांस्कृतिक लोकतंत्र भी है, जहां अनैक विविधताऐं देखने को मिलती है। इन विविधताओं में सामाजिक परिवर्तन का काम करना अत्यधिक जटिल एवं समस्यात्मक होता है। हमारे देश के विशाल क्षेत्र को देखते हुए जनसंख्या, धर्म, भाषा, जाति आदि में बहुल्यतावाद देखने को मिलता है। इन सभी पहलुओ को ध्यान में रखते हुए सामाजिक परिवर्तन का कार्य करने का प्रयास करना चाहिए।