किसी प्रदेश का विकास वहां के कुशल मानव संसाधन पर निर्भर करता है। मानव संसाधन की गुणवत्ता के विकास में साक्षरता एक महत्वपूर्ण कारक है। इससे मानवीय मूल्यों के निर्धारण के साथ-साथ राष्ट्रीय भावनाओं का भी विकास होता है। साक्षरता के स्तर से किसी क्षेत्र के सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास स्तर का ज्ञान प्राप्त होता है। प्रस्तुत शोध पत्र में बिहार राज्य के कृषि प्रधान जिला भोजपुर में साक्षरता की पूर्व एवं वर्तमान स्थिति का अध्ययन किया गया है। साक्षरता के विकास के लिए बिहार सरकार द्वारा कई कार्यक्रम संचालित हैं, जो निर्धन बच्चों को विद्यालय की ओर आकर्षित कर रहे हैं। सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में कई समस्याएं हैं, जिनका समाधान अत्यावश्यक है।