फीजी द्वीपसमूह पृथ्वी का स्वर्ग है। जो कि आधिकारिक रूप से फीजी समूह गणराज्य नाम से जाना जाता है। फीजी द्वीप मुख्य द्वीप विती लेबु के नाम से जाना जाता है और इसी नाम का उच्चारण इनके पड़ोसी द्वीप टोंगा के निवासी ‘‘फिसी’’ के रूप में करते थे जिसके कारण इसका नाम ‘फीजी’ पड़ा था। भूगर्भशास्त्रियों के अनुसार फीजी के मूल निवासियों का उदगम इण्डोनेशिया को माना जहां के मालेशियन लोगों और अन्य जगहों से आये पोलीनेशियन लोगों ने फीजी में बसावट की। और इन दोनों से एक नई मिश्रित सभ्यता का प्रदुभाव हुआ। यह लोग आदिवासी की तरह अपना जीवन यापन करते थे। इन्हें काईवीती कहा जाता था इन्हें खुली हवा और प्राकृतिक सुन्दरता से घिरे वातावरण में रहना उनकी परम्परा का एक हिस्सा है। धार्मिक, व सामाजिक समारोह में नृत्य करना, तथा निगोना और तावुका पीना पसंद करते थे यूरोपियन लोग 19वीं सदी के प्रथम दशक से फीजी में आने लगे थें फीजी की विशाल धारियां सुन्दर जलवायु हर प्रकार की फसले होने की क्षमता आदि ने गोरे लोगों में फीजी आने के लिये आकर्षित किया। जो वहां अपनी पूंजी लगाकर कमाई करना चाहते थे। 1874 में फीजी ब्रिटिश सरकार का एक उपनिवेश बन गया। इसलिये फीजियनों की भूमि और भारतीय के श्रम का सम्मिलित शोषण ब्रिटिश पूंजी के विस्तार के लिये किया गया।