मानव जाति में प्रजनन की प्रक्रिया के आधार पर स्त्री -पुरुष विभाजन हुआ। जन्म से ही हर बच्चा इनमें से किसी एक के अंतर्गत आ जाता है। जीव जगत में नर और मादा या स्त्री और पुरुष को पृथक पहचाना जा सकता है। जन्म के अवसर पर शारीरिक अंगों, विशेष रूप से लैंगिक अंगों को देखकर मनुष्य नर एवं मादा को पहचान लेता है।