मुगलकालीन भारतीय समाज में स्त्रियो को सम्मानपूर्ण स्थान प्राप्त नहीं था। उन्हें केवल मनोरंजन एवं भोग-विलास का साधन समझा जाता था। मुस्लिम एवं हिन्दू स्त्रियों में अनेक प्रकार की कुप्रथाए प्रचलित थी। इन बुरी प्रथाओं के कारण स्त्रियों का जीवन जानवरों जैसा था। केवल उच्च वर्ग से संबंधित स्त्रियो को कुछ अधिकार प्राप्त थे। लेकिन निम्न वर्ग की स्त्रियों की दशा दयनीय थी।